भैया एक कप चाय देना !!! चल सेल चाय सुट्टा पीने चलें !!! चल न यार चाय पर बात बताता हूँ !!! सर दर्द है यार दो घुट चाय तो पीला दो !!! चाय के बिना साला प्रेशर ही नहीं बनता !!!आप आजायें हम रिश्ता चाय पर फाइनल कर लेते हैं !!!
ये सब बातें अपने अक्सर सुनी तो होंगी ना , हम उस देश में रहते हैं जहां जहाँ चाय के ठेले पर चर्चा करते करते हम लोगो ने प्रधानमन्त्री बदल दिए | चाय वो बाला है जिसने कॉलेज के फाइनल ईयर में ज़िन्दगी भर के दोस्त मिला दिए दिए .चाय वो है जिसपर आज भी आधा हिंदुस्तान अपनी थकान मिटा रहा है .
तो दोस्तों मैं प्रतीक ले कर आ रहा हूँ ऐसे ही किसी चाय के ठेले के ीर्ध गिर्द लिखी हुई कविता