Podchaser Logo
Home
Shri Ram katha

Ideabrew Studios

Shri Ram katha

A daily Religion, Spirituality and Hinduism podcast
Good podcast? Give it some love!
Shri Ram katha

Ideabrew Studios

Shri Ram katha

Episodes
Shri Ram katha

Ideabrew Studios

Shri Ram katha

A daily Religion, Spirituality and Hinduism podcast
Good podcast? Give it some love!
Rate Podcast

Episodes of Shri Ram katha

Mark All
Search Episodes...
Find out about our recently released board game Ranbhoomi - Kurukshetra, based on the events of Mahabharata. A perfect gift for kids this summer vacation. Visit playranbhoomi.com and order now. Gift an introduction to the greatest epic ever wri
अपने पुत्रों, भाइयों और सभी प्रमुख महारथियों की मृत्यु के पश्चात रावण ने अत्यंत क्रोधित होकर वानर सेना पर आक्रमण कर उनके मध्य हाहाकार मचा दिया। रावण ने तमस अस्त्र का प्रयोग कर अनेक वानरों को धराशायी कर दिया। श्रीराम और लक्ष्मण ने वानरों को इस प
श्रीराम और लक्ष्मण के सचेत होने के बाद सुग्रीव ने वानर सेना को लंका नगरी में आग लगाने की आज्ञा दी। सुग्रीव की आज्ञा पाकर वानर सेना ने अपने हाथों में मशालें लेकर लंका नगरी में आग लगाना शुरू कर दिया। सभी नगर वासी राक्षसों में हाहाकार मच गया। तब र
अपने भाइयों की मृत्यु से रावण की पत्नी धन्यमलिनी का पुत्र अतिकाया, जिसे ब्रह्मदेव से देव और दानवों द्वारा ना मारे जा सकने का वरदान प्राप्त था, क्रोध से भर गया और उसने अपने रथ पर सवार होकर युद्धभूमि में प्रवेश किया। उसके धनुष की टंकार से चारों ओ
देवांतक की मृत्यु से त्रिषिरा ने क्रोध में भरकर नील पर तीरों की वर्षा कर दी। नील ने अपना आकार बढ़ाकर उन तीरों का बड़ी ही वीरता के साथ सामना किया। जैसे ही नील उन तीरों के प्रभाव से मुक्त हुए उन्होंने एक विशाल चट्टान से महोदर और उसके हाथी सुदर्शन क
नरांतक के धराशायी होते ही देवांतक, त्रिषिरा और महोदर एक साथ महाबली अंगद पर टूट पड़े। अंगद ने चट्टानों और वृक्षों से तीनों पर प्रहार किये परंतु उन महाबली राक्षसों ने अंगद के प्रहारों को निष्फल कर अंगद पर मुग्दर, और बाणों से78 आक्रमण कर दिया।अंग
कुंभकर्ण के रणभूमि में धराशायी होने के बाद रावण ने अपने पुत्रों अतिकाया, त्रिषिरा, देवांतक और नरांतक को अपने भाइयों महोदर और महापार्श्व के साथ वानर सेना से युद्ध करने के लिए भेजा।एक श्वेत अश्व पर सवार नरांतक ने अपने भाले से वानर सेना में हाहा
अंगद द्वारा अपना रथ तोड़े जाने और सारथी और घोड़ों के मारे जाने से मेघनाद आग बबूला हो गया और युद्धस्थल से अदृश्य हो गया।ब्रह्मदेव के वरदान के कारण कोई भी मेघनाद को देख नहीं पा रहा था। उसने अपने तीरों से वानर सेना में हाहाकार मचा दिया था और दिख
लंका को चारों ओर से घेर लेने के बाद श्रीराम ने रावण को अपनी भूल सुधारने के एक और मौका देने के उद्देश्य से महाबली अंगद को दूत बनाकर भेजा।जिस प्रकार हनुमानजी ने लंका में आग लगाकर राक्षस सेना को वानर सेना के सामर्थ्य का परिचय दिया था, अंगद भी वै
वानर सेना के समुद्र पार करने का समाचार सुनकर रावण ने श्रीराम की सेना के सामर्थ्य का अनुमान लगाने के लिए अपने दो गुप्तचरों शुक और सारण को भेजा।दोनों गुप्तचर वानर का वेश धारण कर वानर सेना में घुस गए, परंतु विभीषण ने उनको पहचान लिया और उन्हें
वानर सेना के समुद्र पार करने का समाचार सुनकर रावण ने श्रीराम की सेना के सामर्थ्य का अनुमान लगाने के लिए अपने दो गुप्तचरों शुक और सारण को भेजा।दोनों गुप्तचर वानर का वेश धारण कर वानर सेना में घुस गए, परंतु विभीषण ने उनको पहचान लिया और उन्हें पकड़
रामायण के बंगाल में प्रचलित एक संस्करण के अनुसार रावण से युद्ध में विजय प्राप्त करने के लिए भगवान श्रीराम ने शक्तिपूजा करने का निर्णय लिया। देवी आदिशक्ति की पूजा के लिए १०८ नीले कमल के फूलों को एकत्र किया गया।पूजा की समाप्ति के समय जब श्रीराम
रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि को आदिकवि अर्थात प्रथम कवि भी कहते हैं और उनके द्वारा रचितश्रीरामकथा को प्रथम महाकाव्य। देखिए कैसे मिली वाल्मीकि जी को रामायण की रचना करने की प्रेरणा।एक बार तपस्वी वाल्मीकि ऋषि की भेंट तीनों लोकों में भ्रमण करने
Hello listeners, I hope you guys are doing well. Thank you for giving so much love to Shree Ram katha podcast. This is a small announcement to tell you about our other podcasts- Nal damyanti prem katha Hindi, English. Ved vyas ki mahabharat in
In the last part of Shri ram Katha based on Valmiki Ramayana watch the conclusion of the conflict between Shri ram and Ravana, which was initiated by Ravana by abducting Mata Sita
श्रीरामकथा के दसवें भाग में सुनिये श्रीराम की वानर सेना और रावण की राक्षस सेना के बीच हुए भीषण युद्ध का वर्णन।
सूत्रधार प्रस्तुत श्रीवाल्मीकि रचित रामायण पर आधारित श्रीरामकथा शृंखला की नवीं कड़ी में देखिये कैसे हुई श्रीराम और विभीषण की भेंट और क्या था विभीषण का योगदान इस धर्मयुद्ध में।Watch the ninth edition of our series on Maharshi Valmiki's Ramayan
श्रीरामकथा के आठवें भाग में देखिये कैसे वीर हनुमान ने समुद्र लांघ कर सीता जी को खोज निकाला।
श्रीरामकथा का सातवें भाग में सुनिये सीता माता के अपहरण के बाद क्या हुआ?
श्रीरामकथा के छठे भाग में देखिये क्या हुआ जब शूर्पणखा की दृष्टि श्रीराम पर पड़ी और कैसे इस घटना से सुनिश्चित हो गया राक्षसराज रावण का अन्त।
श्री राम कथा के पाँचवे भाग में सुनिए, वनवास कल में हुई घटनाओं और उनके परिणामों के विषय में।  
श्री राम कथा के चौथे भाग में सुनिए श्री राम के वनवास गमन की कथा।  
What happened when Shriramchandra came face to face with Bhagavān Parshuram?In this third episode of our Shri Ram Katha series, you will find out the answer to above question.Watch this complete series based on Shri Valmiki Ramayana on our Sutr
"श्रीरामकथा की इस कड़ी में हम सुनेंगे प्रभु श्री रामचंद्र के अवतार और रावण वध के लिए, ऋषि विश्वामित्र द्वारा उनके शिक्षा प्राप्त करने की कथा।"
"सूत्रधार प्रस्तुत रामकथा शृंखला की आज की कड़ी में हम सुनेंगे विध्वंसक राक्षसराज दशग्रीव अर्थात् रावण की कथा ।" नैनं सूर्यः प्रतपति पार्श्वे वाति न मारुत:। चलोर्मिमाली तं दृष्ट्वा समुद्रोऽपि न कम्पते। ।।1.15.10।। अर्थात सूर्य उसको ताप नहीं पहुं
Rate

Join Podchaser to...

  • Rate podcasts and episodes
  • Follow podcasts and creators
  • Create podcast and episode lists
  • & much more

Unlock more with Podchaser Pro

  • Audience Insights
  • Contact Information
  • Demographics
  • Charts
  • Sponsor History
  • and More!
Pro Features