गुनाहों का देवता - धर्मवीर भारती का कालजयी उपन्यास है, जो 1950 में लिखा गया और अबतक एक अमर प्रेमकथा बना हुआ, जो जवान हुआ उसे इस उपन्यास को महसूस करना चाहिए।
मर्द को दर्द होता है, बस उसकी दुकान नहीं सजती है। एक मर्द का दर्द उसकी किसी सर्द रात से उठाया हुआ, जस का तस यहाँ परोसा गया है। लेखन : संकेत पाण्डेय, स्वर : संकेत पाण्डेय