"लोग किसी को भी अपनी संपत्ति पर कब्ज़ा नहीं करने देते, मगर वे दूसरों को अपनी जीवन पर कब्ज़ा कर लेने देते हैं. लोग अक्सर फिजूल-खर्ची करने से बचते हैं, पर समय बर्बाद करने में वे तनिक किफ़ायत नहीं करते. सोचो ज़रा कितना समय आपका साहूकार के पास निकल गय
"जब जीवन विलासता और लापरवाही में बर्बाद हो जाता है, जब यह किसी उम्दा लक्ष्य के प्रति समर्पित नहीं होता, तो अंत में मृत्यु द्वारा ही हमें पता चलता है कि हमारा समय गुजर चुका है. इसलिए बात यह है कि जो जीवन हमें प्राप्त हुआ है वह छोटा नहीं है, लेकि